रवनीत सिंह बिट्टू के बयान से मचा सियासी बवाल: जानिए पूरा मामला
हाल ही में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी के खिलाफ एक विवादास्पद बयान दिया, जिसने सियासी हलकों में भूचाल ला दिया है। बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का "सबसे बड़ा आतंकवादी" करार देते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए। इस बयान के बाद से ही राजनीतिक माहौल गरमा गया है, और कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ा विरोध जताया है।
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान
रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने बयान में कहा, "देश के दुश्मन, जो गोली-बम और बारूद की बात करते हैं, ट्रेन, रोड और हवाई जहाज उड़ाने की धमकी देते हैं, अब राहुल गांधी के समर्थन में आ गए हैं। अगर किसी पर इनाम होना चाहिए, तो वो राहुल गांधी हैं, क्योंकि वे देश के नंबर वन आतंकवादी हैं। एजेंसियों को राहुल गांधी पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन बन चुके हैं।"
बिट्टू का यह बयान न केवल विवादास्पद है, बल्कि इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने सख्त नाराजगी जताई है।
राहुल गांधी के खिलाफ बयान पर एफआईआर दर्ज
रवनीत सिंह बिट्टू के इस बयान के बाद बैंगलुरू में कांग्रेस नेताओं ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। गुरुवार (19 सितंबर) को बैंगलुरू के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (गलत सूचना के आधार पर बयान देना या अफवाह फैलाना), 192 (दंगे भड़काने के इरादे से बयान देना) और 196 (दो समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाने) के तहत बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि बिट्टू का यह बयान न केवल राहुल गांधी की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास है, बल्कि यह देश में अशांति और राजनीतिक वैमनस्यता फैलाने का भी एक गंभीर प्रयास है।
कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने बिट्टू के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र और राजनीतिक शुचिता के खिलाफ बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक इस बयान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि बिट्टू को उनके पद से तुरंत हटाया जाए।
कांग्रेस विधायक वेदमा बिज्जू ने तो यहां तक कह दिया कि जो कोई भी रवनीत सिंह बिट्टू का सिर लाएगा, उसे इनाम के तौर पर उनकी 1.38 एकड़ जमीन दे दी जाएगी। उन्होंने रवनीत बिट्टू को मंत्री पद से हटाने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बीजेपी का बचाव
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस पूरे विवाद पर सफाई देते हुए कहा है कि बिट्टू का बयान गलत तरीके से समझा गया है। पार्टी ने कहा कि बिट्टू का इरादा किसी की छवि खराब करने का नहीं था, बल्कि वे देश की सुरक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के बारे में चिंता जता रहे थे। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस इस बयान का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
सियासी नतीजे
यह विवाद भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ ले सकता है, क्योंकि यह सीधे तौर पर राहुल गांधी जैसे प्रमुख नेता के खिलाफ है। आने वाले दिनों में इस मामले पर और भी प्रतिक्रियाएं और कानूनी कार्रवाई देखने को मिल सकती हैं।
रवनीत सिंह बिट्टू का यह बयान न केवल बीजेपी-कांग्रेस के बीच तनाव को बढ़ाने वाला है, बल्कि यह देश की राजनीतिक व्यवस्था में नेताओं के बयानों की जिम्मेदारी और मर्यादा पर भी सवाल उठाता है।
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